राष्ट्रीय एकीकरण विभाग

विभागीय इतिहास

राज्य एकता परिषद, जिसके अध्यक्ष माननीय मुख्यमंत्री जी हैं, विभिन्न मामलों पर सरकार को सलाह देने के लिए स्थापित की गई है। इसका मुख्य उद्देश्य सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों की सक्रिय भागीदारी के माध्यम से राष्ट्रीय एकता और साम्प्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देना तथा उसे सुदृढ़ करना है। परिषद राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देने के प्रयासों में श्रमिकों, उद्यमियों, छात्रों और शिक्षकों की भागीदारी को प्रोत्साहित करती है। साथ ही, यह समाज के सभी वर्गों को एकता और साम्प्रदायिक सद्भाव बनाए रखने वाली पहलों में सम्मिलित करने हेतु विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन भी करती है।

इसके अतिरिक्त, परिषद राष्ट्रीय एकता को सुदृढ़ करने के लिए प्रभावी संचार और जागरूकता अभियानों पर ध्यान केंद्रित करती है। यह तीन-भाषा सूत्र के सही कार्यान्वयन को सुनिश्चित करती है और भाषाई, क्षेत्रीय और धार्मिक कट्टरपंथी विचारधाराओं, साथ ही अन्य विभाजनकारी प्रभावों को समाप्त करने के लिए काम करती है। राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों के समय में, परिषद देश की अखंडता को सुरक्षित रखने के लिए सार्वजनिक सहयोग जुटाने का प्रयास करती है। इसके अलावा, यह जिला एकता समितियों की प्रभावशीलता को बढ़ाने का लक्ष्य रखती है। एक उच्च-स्तरीय सलाहकार निकाय के रूप में, राज्य एकता परिषद राज्य सरकार को रणनीतिक सिफारिशें प्रदान करती है।